Приложение 2. Нумерация писем свт. Киприана по разным изданиям
| PL 4 | CCSL3 | Русский перевод1379 |
| 1 | – | 1 |
| 2 | 8 | 7а |
| 3 | 9 | 7 |
| 4 | 5 | 6 |
| 5 | 14 | 27 |
| 6 | 13 | 26 |
| 7 | 11 | 25 |
| 8 | 10 | 8 |
| 9 | 16 | 9 |
| 10 | 15 | 10 |
| 11 | 17 | 11 |
| 12 | 18 | 12 |
| 13 | 19 | 13 |
| 14 | 20 | 14 |
| 15 | 37 | 29 |
| 16 | 23 | 16а |
| 17 | 26 | 16 |
| 18 | 24 | 15b |
| 19 | 25 | 15 |
| 20 | 21 | 19a |
| 21 | 22 | 19b |
| 22 | 27 | 19 |
| (23) | – | – |
| 24 | 29 | 21 |
| 25 | 28 | 18 |
| 261380 | 31 | 23b |
| 27 | 33 | 17 |
| 28 | 34 | 18 |
| 29 | 35 | 22 |
| 301381 | 36 | 23a |
| 311382 | 30 | 43a |
| 32 | 32 | 23 |
| 33 | 38 | 30 |
| 34 | 39 | 31 |
| 35 | 40 | 32 |
| 36 | 7 | 28 |
| 37 | 12 | 24 |
| 38 | 41 | 33 |
| 39 | 42 | 33a |
| 40 | 43 | 34 |
| 41 | 44 | 35 |
| 42 | 45 | 36 |
| 43 | 47 | 37 |
| 44 | 46 | 38 |
| 45 | 48 | 39 |
| 46 | 49 | 40a |
| 47 | 51 | 40 |
| 48 | 50 | 42a |
| 49 | 52 | 42 |
| 50 | 53 | 41a |
| 51 | 54 | 41 |
| 52 | 55 | 43 |
| 53 | 56 | 44 |
| 54 | 57 | 49 |
| 55 | 59 | 47 |
| 56 | 58 | 48 |
| 57 | 60 | 50 |
| 58 | 61 | 51 |
| 59 | 64 | 46 |
| 60 | 62 | 53 |
| 61 | 2 | 2 |
| 62 | 4 | 3 |
| 63 | 63 | 63 |
| 64 | 65 | 45 |
| 65 | 3 | 4 |
| 66 | 1 | 5 |
| 67 | 68 | 55 |
| 68 | 67 | 56 |
| 69 | 66 | 54 |
| 70 | 70 | 57 |
| 71 | 71 | 58 |
| 72 | 72 | 59 |
| 73 | 73 | 60 |
| 74 | 74 | 61 |
| 75 | 75 | 62a |
| 76 | 69 | 62 |
| 77 | 76 | 64 |
| 78 | 77 | 64a |
| 79 | 78 | 64b |
| 80 | 79 | 64c |
| 81 | 6 | 52 |
| 82 | 80 | 65 |
| 83 | 81 | 66 |
* * *
Примечания
1379
Творения священномученика Киприана, епископа Карфагенского. М.,1999. Номера с литерами а, b означают письма, адресованные свт. Киприану; они помещаются в 34качестве примечаний к письмам свт. Киприана.
1380
Автором этого послания считается Новациан.
1381
Автором этого послания считается Новациан.
1382
Автором этого послания считается Новациан.
